हकीकत में टाइम ट्रैवल हो सकता है?
बरेली के बाल विज्ञानी श्लोक सिंह ने अतीत में जाने पर एक लेख लिखा है।
श्लोक सिंह का कहना है कि वर्तमान में मौजूद तकनीक कम विकसित है, इसलिए बीते समय में पहुंचना असम्भव है।
फिर भी कोशिश करनी चाहिए।
यह शोधपत्र, आइंस्टीन के सिद्धांत पर आधारित है, तकनीक की मदद से अतीत में जाने का सुझाव देता है।
NASA ने छात्र के शोधपत्र की सराहना की है।
विद्यार्थी कहते हैं कि कॉस्मोलॉजिकल एरो ऑफ टाइम के अनुसार समय वर्तमान से भविष्य की ओर चलता है।
विपरीत परिस्थितियों में परिलक्षित किया जा सकता था, तो यह बीते समय में वापस आ सकता था।
विद्यार्थी ने बताया कि नासा ने वर्ष 2023 में युवा वैज्ञानिकों से सुझाव मांगे थे।